सूर्यकुमार यादव का बल्ला पीछे से पकड़ें या पैर पकड़ें, ऐसी है उनकी फॉर्म: जहीर खान



नई दिल्ली, 10 मई (आईएएनएस)। सूर्यकुमार यादव एक बार फिर अपने सनसनीखेज सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन पर थे, उन्होंने 83 (35 गेंद ) रनों की पारी खेली, जिससे मुंबई इंडियंस ने मंगलवार रात को वानखेड़े स्टेडियम में आईपीएल 2023 के मैच नंबर 54 में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी) को हरा दिया।

जीत के लिए एक चुनौतीपूर्ण 200 रन का पीछा करते हुए मुंबई ने 16.3 ओवर में छह विकेट से जीत हासिल की। नेहाल वढेरा ने भी बल्ले से शानदार प्रदर्शन करते हुए 34 गेंदों में नाबाद 52 रन बनाए। उनकी पारी में चार चौके और तीन छक्के लगे। इससे पहले, आरसीबी ने 199/6 तक पहुंचने के लिए अच्छा प्रदर्शन किया था, जिसका मुख्य श्रेय कप्तान फाफ डु प्लेसिस के 65 (41 गेंद) और ग्लेन मैक्सवेल के 68 (33 गेंद) को जाता है।

इस जीत से मुंबई के 11 मैचों में 12 अंक हो गए हैं और वह अब 10 टीमों की तालिका में तीसरे स्थान पर पहुंच गयी है। दूसरी ओर, आरसीबी 11 मैचों में 10 अंकों के साथ 7वें स्थान पर है और प्ले-ऑफ की दौड़ तेज होती जा रही है।

जिओसिनेमा के आईपीएल विशेषज्ञ जहीर खान को विश्वास नहीं हो रहा था कि यादव कितनी आसानी से मैच पर हावी हो गए। उन्होंने कहा, सूर्य जिस तरह बल्लेबाजी कर रहे हैं उन्हें रोकने के लिए उनका बल्ला पीछे से पकड़ने या उनके पैरों को पकड़ने की जरूरत है। एक कठिन दौर था लेकिन जब उसने अपनी लय पाई,वह बेहतर से बेहतर होते चले गए। गेंदबाजों के लिए यह कभी भी अच्छी खबर नहीं होगी।

भारत के पूर्व तेज गेंदबाज ने कहा, जिस तरह से वह बल्लेबाजी करते हैं और जिस तरह से वह इसे अप्रोच करते हैं, कोई फील्ड प्लेसमेंट उन्हें रोक नहीं सकता है। हर बार जब मैं उन्हें खेलते हुए देखता हूं, तो ऐसा लगता है कि गेंदबाज ऑफ स्टंप के बाहर गेंदबाजी करने की कोशिश कर रहे हैं, चार खिलाड़ियों के साथ फील्ड को पैक करें, और स्काई अभी भी चौके मार रहा है और आप इसे रोक नहीं सकते।

आईपीएल के इतिहास में यह तीसरी बार था जब मुंबई ने 17 ओवर में 190 रन या उससे अधिक के लक्ष्य का पीछा किया, ऐसा करने वाली एकमात्र टीम बन गयी है।

सुरेश रैना ने सीजन की धीमी शुरूआत के बाद इस वापसी के लिए टीम में प्रचलित विजेता संस्कृति को श्रेय दिया। रैना ने कहा, सूर्यकुमार यादव के जश्न ने दिखाया कि एक टीम कितनी आसानी से 200 रनों का पीछा कर सकती है। वह शानदार फॉर्म में है और यह हमें याद दिलाता है कि एमआई लक्ष्य का पीछा करना और वापस आना जानता है। उन्होंने पांच बार ट्रॉफी जीती है और उनके पास मैच विजेता है। हर साल उनका लॉकर रूम ऐसे खिलाड़ियों से भरा रहता है चाहे वह तिलक वर्मा, वढेरा, ग्रीन, टिम डेविड, और सबसे बड़े पीयूष चावला। वह हमेशा एमआई को विकेट दिलाने के लिए महत्वपूर्ण क्षणों में गेंदबाजी करते हैं। यही कारण है कि वे आईपीएल पर हावी हैं। 8वें से ऊपर उठकर स्टैंडिंग में तीसरे स्थान पर पहुंचना कुछ ऐसा है जो हर टीम नहीं कर सकती है।

–आईएएनएस

आरआर

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