पाक क्रिकेट कमेंटेटर की बेटी का बेंगलुरु में हुआ बोन मैरो ट्रांसप्लांट



बेंगलुरू, 19 अक्टूबर (आईएएनएस)। एक पाकिस्तानी क्रिकेट कमेंटेटर की दो साल की बेटी का बेंगलुरु के नारायण हेल्थ सिटी अस्पताल में सफलतापूर्वक बोन मैरो ट्रांसप्लांट (बीएमटी) हुआ। एक आधिकारिक घोषणा में बुधवार को यह जानकारी दी गई।

कराची की अमायरा सिकंदर खान का इलाज म्यूकोपॉलीसेकेराइडोसिस टाइप-1 (एमपीएस-1) के लिए किया गया था, जो एक दुर्लभ स्थिति है। इसमें आंखों और मस्तिष्क समेत कई अंग काम करना बंद कर देते हैं।

डॉक्टरों ने बीएमटी के लिए उसके पिता सिकंदर बख्त के बोन मैरो का इस्तेमाल किया।

ऑन्कोलॉजी सर्विसेज एंड ऑन्कोलॉजी कॉलेजियम के वाइस चेयरमैन डॉ सुनील भट ने कहा कि बीएमटी को चार महीने हो चुके हैं और जांच के बाद पता चला है कि पेशेंट नॉर्मल हो रहा है।

उन्होंने कहा, बच्ची का कोई भाई या बहन नहीं है, हमने डोनर के लिए कोशिश की, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। इसलिए, पिता के बोन मैरो का इस्तेमाल किया गया। पिता एक पाकिस्तानी नागरिक हैं और वह इलाज के लिए यहां आया था।

बच्ची की मां सदफ खान ने कहा कि अपनी बेटी की हालत को देखते हुए उन्होंने डॉ भट से संपर्क किया और बेंगलुरू में इलाज कराने का फैसला किया।

उन्होंने बताया, वह 18 महीने की थी जब ट्रांसप्लांटेशन किया गया था। अपनी बच्ची को देखकर खुश हूं। मेरे पति को पाकिस्तान से बेंगलुरु जाने के लिए वीजा और अन्य औपचारिकताओं के लिए सहायता दी गई। हमें कोई परेशानी नहीं हुई।

भारत में हेल्थकेयर चेन नारायण हेल्थ ने बीएमटी के माध्यम से 2,000 मरीजों का सफलतापूर्वक इलाज किया है।

एक सभा को संबोधित करते हुए, नारायण हेल्थ की अध्यक्ष और संस्थापक, डॉ. देवी शेट्टी ने कहा, 2004 में जब हमने दो सदस्यों के साथ बेंगलुरु में अपनी पहली यूनिट शुरू की, तो हमारा विचार कर्नाटक और उसके आसपास के निवासियों को बोन मैरो ट्रांसप्लांट की सुविधा प्रदान करना था। मुझे खुशी और गर्व है कि आज हमारे पास 25 डॉक्टर और 300 नसिर्ंग की एक्सपर्ट्स टीम हैं, जो हर महीने 25-30 से अधिक मरीजों का इलाज कर रही हैं और इलाज के तौर-तरीकों की मांग की चेन बन गई है।

नारायण हेल्थ के प्रबंध निदेशक और समूह सीईओ डॉ इमैनुएल रूपर्ट ने कहा, भारत में लगभग 2 लाख मरीजों को हर साल ब्लड डिसऑर्डर का पता चलता है, हालांकि, केवल कुछ बड़े पैमाने पर बीएमटी सुविधाएं हैं। हम अहमदाबाद, रायपुर, मैसूर और गुरुग्राम में 20 बिस्तर जोड़ने और चार केंद्र स्थापित करने पर विचार कर रहे हैं।

–आईएएनएस

पीके/एसकेपी

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