भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका : मिलर, वैन डेर डूसन, प्रिटोरियस ने टीम को दिलाई 1-0 से बढ़त



नई दिल्ली, 10 जून (आईएएनएस)। अरुण जेटली स्टेडियम की पिच पर भारतीय टीम द्वारा दिए गए 212 रनों का पीछा करना दक्षिण अफ्रीका के लिए कठिन नहीं रहा। टीम के बल्लेबाज ड्वेन प्रीटोरियस, डेविड मिलर और रस्सी वैन डेर डूसन की तिकड़ी ने सात विकेट से जीत हासिल करने और पांच मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल करने के लिए असंभव को संभव बनाया।

मैच की पूर्व संध्या पर कप्तान टेम्बा बावुमा ने संवाददाताओं से कहा था कि जैसे-जैसे खेल आगे बढ़ा, पिच बल्लेबाजी के लिए बेहतर हो गई, जैसा कि उनके इंट्रा-स्क्वाड अभ्यास मैच से देखा गया था। प्रिटोरियस, मिलर और वैन डेर डूसन ने सुनिश्चित किया कि दक्षिण अफ्रीका ने पांच गेंद शेष रहते 212 रनों का लक्ष्य प्राप्त कर लिया।

ड्वेन ने गेंद को काफी शानदार तरीके से हिट किया। यदि आप उनके घरेलू और अंतरराष्ट्रीय आंकड़ों को देखे, तो वे नंबर तीन के स्थान पर रहे हैं जहां वे सफल रहे हैं।

मैच के बाद वान डेर डूसन ने संवाददाताओं से कहा, इस तरह के लक्ष्य का पीछा करने के लिए आपको लगभग 20 ओवरों के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी। जब ड्वेन ने शानदार अंदाज में खेला तो लक्ष्य को पाना और आसान हो गया।

दक्षिण अफ्रीका को आखिरी 10 ओवरों में 126 रनों की जरूरत थी, जिसे बल्लेबाजों ने आसान बना दिया। आईपीएल 2022 में गुजरात टाइटंस की ट्रॉफी में शानदार सीजन का आनंद लेने के बाद आने वाले मिलर ने दक्षिण अफ्रीका के लक्ष्य का मार्ग प्रशस्त करने के लिए अक्षर पटेल के ओवर में चार और दो छक्के लगाने से पहले हर्षल की गेंदों पर लगातार चौके लगाए।

भुवनेश्वर ने धीमी गेंदों से उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन मिलर ने उन्हें बाउंड्री के लिए भेज दिया।

दक्षिण अफ्रीका के लिए असली गेम चेंजर तब आया जब वान डेर डूसन गेंद को समय के साथ संघर्ष कर रहे थे। उस समय वह 25 गेंदों में 22 रन पर थे।

भाग्य ने भी उनका साथ तब दिया जब श्रेयस अय्यर ने डीप मिड-विकेट पर एक कैच लपका, जिसमें वैन डेर डूसन को 30 गेंदों पर 29 रन पर जीवनदान दिया।

मिलर और वैन डेर डूसन ने 17 और 18 ओवर में 22 रन जुटाए, जिसमें हर्षल और भुवनेश्वर की गेंद पर पांच छक्के और तीन चौके लगे।

उन्होंने आगे कहा, दोनों बल्लेबाजों ने शानदार तरीके से मैच खेला, जिस कारण टीम को पांच मैचों की सीरीज के पहले मैच में जीत हासिल हुई। उन्होंने गेंदबाजों को कोई मौका नहीं दिया और उन्हें दबाव में रखा। प्रिटोरियस को नंबर तीन पर नहीं भेजा जाता अगर एडेन मार्कराम कोविड-19 की चपेट में नहीं आते।

–आईएएनएस

एचएमए/एएनएम

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