एसीसी बोर्ड की बैठक में कैलेंडर को लेकर भिड़ सकते हैं बीसीसीआई और पीसीबी



दुबई, 24 जनवरी (आईएएनएस)। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) और उसके समकक्ष पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के बीच 4 फरवरी को एशियाई क्रिकेट परिषद की आपात बोर्ड बैठक के दौरान तीखी नोकझोंक होने की संभावना है।

रिपोर्ट के अनुसार, दोनों पक्षों के लिए विवाद का कारण बीसीसीआई सचिव जय शाह की 2023 के लिए एसीसी के कैलेंडर पर घोषणा है, पीसीबी का आरोप है कि उनसे सलाह किए बिना जो एकतरफा बनाया गया था। जय शाह एसीसी के अध्यक्ष भी हैं।

ईएसपीएन क्रिकइन्फो ने सोमवार को एक रिपोर्ट में कहा कि पीसीबी ने एक आपातकालीन एसीसी बोर्ड बैठक की मांग की है, जिसे पीसीबी अध्यक्ष नजम सेठी ने अगले महीने आयोजित करने की घोषणा की है। सेठी ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, कुछ समय से एसीसी बोर्ड की कोई बैठक नहीं हुई है और बहुत सारे फैसले किए जा रहे हैं और उनमें से एक को हमने चुनौती दी है। अब अच्छी खबर यह है कि हम उन्हें बोर्ड की बैठक के लिए राजी करने में कामयाब रहे और मैं इसमें शामिल होऊंगा।

दोनों बोर्ड के बीच विवाद का कारण एशिया कप 2023 है जो सितंबर में पाकिस्तान में आयोजित किया जाना है। शाह ने घोषणा की कि टूनार्मेंट को दूसरी जगह पर स्थानांतरित किया जाना चाहिए, क्योंकि भारत पाकिस्तान की यात्रा नहीं कर सकता। रमीज राजा, जो उस समय पीसीबी प्रमुख थे, ने इस पर आपत्ति जताई और कहा कि पाकिस्तान इस साल के अंत में एकदिवसीय विश्व कप के लिए भारत की यात्रा नहीं करेगा।

सेठी के पिछले महीने पीसीबी की कमान संभालने के बाद उन्होंने इस मुद्दे को उठाया और इस मामले पर चर्चा के लिए एसीसी बोर्ड की बैठक की मांग की। हमें यह देखना होगा कि हम क्या कर सकते हैं लेकिन हम एक और केस नहीं लड़ सकते, लेकिन मैं कह सकता हूं कि उस केस को ठीक से हैंडल नहीं किया गया था और मुझे लगता है कि हमने अच्छी लड़ाई नहीं लड़ी। लेकिन आखिरकार, जजों ने भी कहा कि अगर आप माइक्रोस्कोप से देखेंगे तो यह मामला पाकिस्तान के पक्ष में है लेकिन अगर आप इस मामले को दूरबीन से देखेंगे तो यह भारत के पक्ष में जा रहा है। तो संक्षेप में, सभी बारीकियों के साथ यह पाकिस्तान का मामला है, लेकिन फिर उनका रुख यह था कि भारतीय सरकार है जो हमें पाकिस्तान का दौरा करने की अनुमति नहीं दे रही है।

दोनों पक्षों के 4 फरवरी की बैठक में इस मामले पर चर्चा करने की उम्मीद है।

–आईएएनएस

केसी/एएनएम

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