आईएमटी गाजियाबाद ने खिलाड़ियों के कौशल को बढ़ाने के उद्देश्य से सर्टिफिकेट प्रोग्राम लॉन्च किया



गाजियाबाद, 27 सितम्बर (आईएएनएस)। आईएमटी गाजियाबाद ने मंगलवार को खिलाड़ियों के रोजगार कौशल को बढ़ाने के लिए सर्टिफिकेट प्रोग्राम शुरू किया, जो राष्ट्रीय और राज्य स्तर के खिलाड़ियों को नौकरी पाने में मदद करेगा।

पूर्व ओलंपियन अशोक ध्यानचंद और जफर इकबाल की मौजूदगी में इस कोर्स का शुभारंभ किया गया।

मीडियाकर्मियों से बात करते हुए आईएमटी गाजियाबाद के निदेशक डॉ विशाल तलवार ने कहा कि संस्थान के खेल अनुसंधान केंद्र के प्रमुख डॉ कनिष्क पांडेय द्वारा विस्तृत शोध के बाद यह प्रोग्राम शुरू किया जा रहा है।

डॉ पांडेय ने प्रोग्राम के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि यह निजी और सरकारी क्षेत्रों में रोजगार की विशिष्ट आवश्यकताओं के गहन अध्ययन और शोध के बाद तैयार किया गया है।

उन्होंने कहा, 95 प्रतिशत से अधिक खिलाड़ियों के पास कोई नौकरी नहीं है या किसी से कोई वित्तीय प्रोत्साहन नहीं है। ऐसी स्थितियों में, आईएमटी स्पोर्ट्स रिसर्च सेंटर ने एक प्रोग्राम तैयार किया है, जो उनकी रोजगार क्षमता में सुधार करेगा। यह देश में अपने प्रकार का पहला कोर्स है। आशा है कि इससे बड़ी संख्या में खिलाड़ियों को फायदा होगा।

इस बीच, पूर्व ओलंपियन और हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद के बेटे अशोक ध्यानचंद ने इस पहल की प्रशंसा की और कहा, भारत में, माता-पिता बच्चों को खेल से दूर रखते हैं, क्योंकि खिलाड़ियों के पास रोजगार के अवसर बहुत कम होते हैं। आईएमटी गाजियाबाद का यह प्रयास सही मायने में एक बेहतर कदम है, जो खिलाड़ियों के लिए रोजगार के विकल्प की संभावना देगा।

पूर्व हॉकी ओलंपियन जफर इकबाल का मानना है कि यह कोर्स भारतीय खेल इतिहास में गेम चेंजर साबित होगा।

इसके साथ ही खेल जीवन की समाप्ति के बाद खिलाड़ियों के लिए निजी क्षेत्र में सरकारी, गैर सरकारी नौकरी और रोजगार मिलना बड़ा मुकाम साबित होगा।

उन्होंने कहा, अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को बड़ा इनाम, नाम, प्रतिष्ठा और रोजगार मिलता है, लेकिन विभिन्न खेलों में लाखों राष्ट्रीय और राज्य स्तर के खिलाड़ी रोजगार के संकट का सामना करते हैं। इन खिलाड़ियों के सशक्तिकरण के लिए यह कोर्स शुरू किया जा रहा है।

–आईएएनएस

आरजे/एएनएम

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