आईपीएल ने लोगों के लिए रोजगार के अवसर पैदा किए



नई दिल्ली, 27 मार्च (आईएएनएस)। सामान्य तौर पर क्रिकेट एक मनोरंजक खेल है, लेकिन 2008 में आईपीएल की शुरुआत ने इसे क्रिकेटनमेंट यानी क्रिकेट और मनोरंजन के संगम में बदल दिया है। खेल के आसपास का पूरा पारिस्थितिकी तंत्र काफी बदल गया है, जिसने हजारों लोगों के उत्थान के साथ-साथ आजीविका के अवसर पैदा किए हैं।

पिछले कुछ वर्षो में आईपीएल ने भारत में एक मजबूत खेल उद्योग बनाने और एक ऐसे पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, जो न केवल टूर्नामेंट के दौरान बल्कि खेल के सीजन के बाद भी बहुत से व्यक्तियों को रोजगार प्रदान करता है। जिसमें टिकट, रसद, भोजन, सुरक्षा, व्यापारिक और आधिकारिक वर्दी आदि पर काम करने वाले लोग हैं।

जब 2008 में आईपीएल शुरू हुआ, तो लीग, कंपनियों और फ्रेंचाइजी ने विदेशी पेशेवरों को काम पर रखा, क्योंकि स्थानीय प्रतिभा के पास इतने बड़े पैमाने के टूर्नामेंट को चलाने के लिए पर्याप्त अनुभव या विशेषज्ञता नहीं थी। लेकिन अब इसमें काफी बदलाव आया है। आज आईपीएल में काम करने वाले ज्यादातर स्टाफ भारत से हैं।

अधिकांश आईपीएल मालिक या तो उद्योगपति और स्थापित फिल्म स्टार हैं और उन्हें स्पोर्ट्स लीग चलाने का भी कोई अनुभव नहीं था। लेकिन वे भी समय के साथ विकसित हुए हैं और आईपीएल के 15वें सीजन में फ्रेंचाइजी 100 प्रतिशत पेशेवर रूप से चलाई जाती हैं, जो विशेष रोजगार भी पैदा करती हैं।

चाहे फिटनेस ट्रेनर हों, फिजियोथेरेपिस्ट हों, टूर्नामेंट ऑपरेशन स्टाफ हों, फोटोग्राफर हों, वीडियोग्राफर हों, ऐसे विशेषज्ञ होते हैं, जो अन्य वैश्विक लीगों की तरह ही आईपीएल को चलाने के विभिन्न पहलुओं का ध्यान रखते हैं।

आईपीएल ने न केवल क्रिकेट को बढ़ने में मदद की है। लीग का योगदान इससे भी आगे जाता है। आईपीएल ने हॉकी, फुटबॉल, बैडमिंटन, कुश्ती, कबड्डी, बैडमिंटन को भी अपनी लीग शुरू करने के लिए प्रेरित किया है। लीग की अधिक संख्या का अर्थ है पारिस्थितिकी तंत्र में शामिल लोगों के लिए अधिक रोजगार के अवसर पैदा करना, क्योंकि लोग अब खेल को गंभीर निवेश और विपणन खर्च के साथ एक साल की लंबी गतिविधि के रूप में देखते हैं।

आईपीएल का 15वां संस्करण है। लेकिन इससे पहले बिना किसी विवाद के शायद ही कोई सीजन रहा हो। हर साल क्या टूर्नामेंट ने अपनी चमक खो दी है, क्या प्रायोजक अभी भी उत्सुक हैं, और क्या दर्शक अभी भी रुचि रखते हैं जैसे मुद्दों पर बहस होती है, लेकिन आईपीएल ने इन सभी विवादों और यहां तक कि महामारी का भी सामना किया है।

विशेष रूप से, आईपीएल संयुक्त अरब अमीरात में, सख्त बायो बबल में, महामारी के बीच (एशिया में कम से कम) आयोजित होने वाले पहले टूर्नामेंटों में से एक था।

इस सीजन के साथ, आईपीएल 10 टीम का टूर्नामेंट बन गया है, और दोनों नई टीमों ने बोली प्रक्रिया के दौरान फ्रेंचाइजी अधिकार जीतने के लिए भारी मात्रा में भुगतान किया है।

आईपीएल मीडिया अधिकारों के लिए निविदा के लिए आमंत्रण (आईटीटी) जल्द ही मंगाया जाएगा, जिसके बाद ई-नीलामी होगी और उद्योग के विशेषज्ञों के अनुसार, अगले पांच साल के चक्र (2023-2027) के अधिकारों का संयुक्त मूल्य 50,000 करोड़ रुपये के करीब हो सकता है। 2018-2022 के लिए मौजूदा अधिकार धारक की 16,347.5 करोड़ रुपये की बोली से एक बड़ी छलांग है।

साथ ही, फ्रेंचाइजी के लिए निवेश में कोई कमी नहीं है क्योंकि कई ब्रांड और उत्पाद अब आईपीएल से जुड़ना चाहते हैं, जो यह भी दर्शाता है कि लीग का ब्रांड मूल्य केवल बढ़ने वाला है।

कुल मिलाकर आईपीएल ने अपना एक बाजार बनाया है, खेल के माहौल को मजबूत किया है और हजारों लोगों को रोजगार दिया है। वहीं, भविष्य में इसमें और इजाफा होने का अनुमान है।

याद रहे, बीसीसीआई अगले साल से छह टीमों का महिला आईपीएल आयोजित करने की भी योजना बना रहा है।

–आईएएनएस

आरजे/एसजीके

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button