टीकाकरण कार्ड आखिर क्यों ज़रूरी है?


भले ही परवरिश का काम कितना ही थकाने वाला क्यों न हो, पर माता-पिता बनने का अनुभव पाना ही अपने-आप में ही सुख की गहन अनुभूति देता है. अपने बच्चे की देखरेख करते हुए पैरेंट्स को अक्सर कई फ़ैसले लेने पड़ते हैं. कई बार आप बेचैन भी हो सकते हैं कि आपकी नन्हीं सी जान के लिए क्या ठीक रहेगा और क्या नहीं. आप उसे दुनिया की अच्छी से अच्छी परवरिश देने की तमन्ना रखते हैं. हर बढ़ते दिन के साथ उसके स्वस्थ और मज़बूत बच्चे के तौर पर बढ़ता देखना चाहते हैं.

जन्म के शुरुआती दिनों में बच्चे का प्रतिरक्षा तंत्र विकसित हो रहा होता है. यह ऐसा समय होता है, जब बच्चे किसी भी मामूली से लेकर गंभीर बीमारी या संक्रमण की चपेट में आसानी से आ सकते हैं. मगर अच्छे पालन-पोषण, साफ़-सफ़ाई और समय-समय पर दिए जाने वाले ज़रूरी टीके दिलाकर हम इस समस्या की रोकथाम कर सकते हैं. टीकाकरण के ज़रिए हम बच्चे को पोलियो, टिटनेस, खसरा, काली खाँसी और मेनिनजाइटिस जैसी जानलेवा बीमारियों से बचा सकते हैं. ये टीके इन बीमारियों से लड़ने वाले एंटीजन से बनाए जाते हैं, जो शरीर में एंटीबॉडीज़ निर्मित करते हैं. नतीजतन, आपके बच्चे की प्रतिरक्षा प्रणाली (इम्युनिटी) बनती है जिससे इन जानलेवा बीमारियों से उनकी रक्षा होती है.

टीकाकरण से न सिर्फ़ आपके नवजात शिशु बल्कि आपके परिवार, आसपास रहने वाले लोगों और दोस्तों सभी की इन नुकसान पहुंचाने वाले रोगों से रक्षा होती है. नियमित तौर पर होने वाला टीकाकरण हमारी आने वाली पीढ़ियों की भी सुरक्षा करता है. इससे हम बहुत सी घातक बीमारियों को कम करने के साथ ही खत्म भी कर सकते हैं.

आज से कुछ सौ साल पहले चेचक जैसे रोग की वजह से लोगों की जान चली जाती थी, पर आज हालात बदल गए हैं. सिर्फ़ एक टीके से इसकी रोकथाम हो जाती है.हालांकि, आपके बच्चे का नियमित तौर से टीकाकरण होता है, इतना ही काफ़ी नहीं है. साथ ही, ये पक्का करना भी ज़रूरी है कि आपके बच्चे का टीकाकरण चिकित्सीय सलाह के मुताबिक तय समय पर हो रहा है या नहीं. टीकाकरण कार्ड में इसकी पूरी जानकारी होती है कि कब और कितने समय पर बच्चे को कौन सा टीका लगवाना होगा और पहले कौन से टीके लग चुके हैं. आमतौर पर टीकाकरण कार्ड बाल रोग विशेषज्ञ (पीडियाट्रिशन) देते हैं. कार्ड में ही 18 साल तक की उम्र तक बच्चे को कौन से टीके लगने हैं, इसकी पूरी जानकारी दी जाती है.

आपके बच्चे के लिए टीकाकरण कार्ड क्यों ज़रूरी है, इसकी कुछ खास वजह ये हैं:

  •  सुरक्षित और असरदार टीकाकरण
    टीकाकरण कार्ड में आपके बच्चे के लिए ज़रूरी टीके लगवाने की सूची दी गई होती है, जिसे वैज्ञानिक रिसर्च के बाद तैयार किया जाता है. हर टीका आपके बच्चे के विकास के हिसाब से दिया जाता है. मसलन, पैदा होने के बाद बीसीजी का टीका दिया जाता है. टीकाकरण के बीच में दिया गया अंतर, बढ़ते बच्चे की उम्र और समय के साथ विकसित होती प्रतिरक्षा प्रणाली की ज़रूरतों को ध्यान में रखते हुए दिया गया है. मेडिकल बोर्ड का सुझाया गया टीकाकरण चार्ट आपके नवजात के लिए सुरक्षित और असरदार है.

  • टीकाकरण बच्चे का मेडिकल रिकॉर्ड है
    आपके बच्चे का टीकाकरण कार्ड उसका पूरा मेडिकल रिकॉर्ड रखता है. भले ही, आप कितने गांव, शहर या अस्पताल बदल लें, पर अपने बच्चे के लिए ज़रूरी टीका कब लगवाया जाना है, यह आपको टीकाकरण कार्ड से ही मालूम चलता है. अगर आपके पास टीकाकरण कार्ड मौजूद है, तो किसी तरह के दूसरे कागज़ात की ज़रूरत नहीं है.

  • माता-पिता के लिए भी फ़ायदेमंद
     टीकाकरण का रिकॉर्ड होने से माता-पिता की कई मुश्किलें आसान हो जाती हैं. मसलन, अगर आपका बच्चा डे-केयर सुविधा, स्कूल जाता है या कोई चिकित्सक बच्चे का पुराना रिकॉर्ड जानना चाहते हैं या फिर आप विदेश जाना चाहते हैं, तो आपसे मेडिकल रिकॉर्ड मांगे जाते हैं. ऐसे वक्त पर यह बहुत काम आता है. इससे यह पक्का हो जाता है कि आपके बच्चे का ठीक तरह से टीकाकरण हुआ है और किसी अन्य बच्चे के संपर्क में आने पर किसी तरह का कोई खतरा नहीं है. इसके अलावा, बच्चे के अपने स्वास्थ्य के लिए भी टीकाकरण का रिकॉर्ड रखना बेहद ज़रूरी है.

  • चिकित्सक के लिए भी फ़ायदेमंद
    जैसा कि हम जान ही चुके हैं कि टीकाकरण कार्ड में आपके बच्चे की पूरी मेडिकल जानकारी मौजूद होती है. ऐसे में किसी भी चिकित्सक के लिए यह जानकारी बहुत ही फ़ायदेमंद होती है. इससे वे भली-भांति जान पाते है कि आपके बच्चे को कौन से टीके दिए जा चुके हैं या उन्हें किस टीके से किसी तरह की एलर्जी या कोई दिक्कत तो नहीं हुई थी.

अब आप समझ ही गए होंगे कि समय पर टीकाकरण करवाने और उसकी पूरी जानकारी रखने के फ़ायदे क्या हैं. अपने बच्चे के टीकाकरण को उसके टीकाकरण कार्ड से जानें.

डिस्क्लेमर: ग्लैक्सोस्मिथकेलाइन फ़ार्मासुटिकल्स लिमिटेड, डॉ. एनी बेसेंट रोड, वर्ली, मुंबई400030, भारतकी तरफ़ से एक सार्वजनिक जागरूकता पहल. इस सामग्री में दी जाने वाली जानकारी सिर्फ़ सामान्य जागरूकता के लिए है. इस सामग्री में दी गई कोई भी जानकारी चिकित्सीय सलाह नहीं है. किसी भी सवाल या चिंता के लिए कृपया अपने चिकित्सक से सलाह ज़रूर लें. बीमारी की रोकथाम वाले टीके और हर बीमारी के लिए टीका कब लेना है, इसकी जानकारी के लिए अपने बाल रोग विशेषज्ञ से सलाह लें.

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